What is Difference Between Direct and Regular Plans of Mutual Funds ?

यदि आप म्यूच्यूअल फंड्स में निवेश करते हैं तो इस आर्टिकल को ज़रूर पढ़ें क्योकि आप इसे पढ़कर अपने पहले से किये हुए म्यूच्यूअल फण्ड निवेश पर लाखों रुपये की Extra बचत कर सकते हैं या यूँ कहिए कि लाखों रुपये Extra कमा सकते हैं ।
इस बात को तो हम में से बहुत से लोग जानते हैं की लम्बे समय में अपनी बचत की ज़्यादा वृद्धि म्यूच्यूअल फंड्स के माध्यम से संभव है , पर आज हम आपसे म्यूच्यूअल फंड्स इन्वेस्टमेंट का एक महत्वपूर्ण राज़ साझा करने वाले हैं , जिसके बारे में शायद बहुत ही कम लोग जानते हैं। और यह सभी म्यूच्यूअल फंड्स स्कीम पर लागू होता है।
आपने जिस किसी भी म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश किआ हो , कभी भी उसकी NAV को यदि आप किसी भी ऑनलाइन पोर्टल पर चेक करेंगे तो पाएंगे कि उस ही स्कीम कि दो प्रकार की NAV दिखती है , एक Direct प्लान की और एक रेगुलर प्लान की। और हमेशा डायरेक्ट प्लान की नव , रेगुलर प्लान की अपेक्षा कम ही होती है।
तो आखिर Direct प्लान और Regular प्लान में क्या अंतर होता है ? और हमेशा Direct प्लान की NAV अधिक क्यों होती है ?, आइये जानते हैं।
म्यूच्यूअल फंड्स के डायरेक्ट और रेगुलर प्लान में अंतर
Difference Between Direct and Regular Plans in Mutual Funds
दरअसल Regular और Direct म्यूच्यूअल फंड प्लान एक ही जैसे प्लान होते हैं दोनों म्यूच्यूअल फंड प्लान को एक ही फंड मैनेजर मैनेज करता है , और दोनों फंड के पोर्टफोलियो भी एक ही समान होते हैं यानी दोनों फंड का पैसा भी एक ही जगह लगा होता है।
लेकिन इन दोनों फंड में बस एक ही अंतर होता है । रेगुलर प्लान में निवेशक और म्यूच्यूअल फंड कंपनी के बीच में थर्ड पार्टी के रूप में कोई एजेंट या म्यूच्यूअल फंड डिस्ट्रीब्यूटर भी मौजूद रहता है, यानी आप अगर किसी एजेंट या डिस्ट्रीब्यूटर से या उनके द्वारा कोई म्यूच्यूअल फंड खरीदते हैं तो वह रेगुलर प्लान होता है।
म्यूच्यूअल फंड कंपनी इस प्रयास के लिए उस डिस्ट्रीब्यूटर
या एजेंट को कमीशन देता है जो कि आपके ही पैसे मैं से दिया जाता है हालांकि यह पैसे
आपको अलग से नहीं देने पड़ते हैं यह आपके म्यूचुअल फंड मे निवेश किया हुआ पैसे मे से
ही काट लिया जाता है।यह पैसे सिर्फ आपको निवेश
करते समय ही नहीं बल्कि जब तक आपका निवेश रहेगा तब तक आपके म्यूच्यूअल फण्ड से उस को
कंपनी यह डिस्ट्रीब्यूटर को कमीशन जाता रहेगा ।
म्यूच्यूअल फंड्स निवेश में एक्सपेंस रेश्यो क्या होता है। डायरेक्टएवं रेगुलर प्लान में इसका क्या मतलब है ?
What is Expense Ratio. What is Difference between Expense Ratio in Direct & Regular Plan
आइये , इसे थोड़ा और विस्तार में समझते हैं। कोई भी म्यूच्यूअल फंड् कंपनी आपके निवेश को अपने फण्ड मैनेजर से मैनेज करवाती है , और इसके लिए वह एक फीस चार्ज करती है जिसे Expense Ratio कहते हैं , जो कि अधिकतर 0.10 % से 2.50 % प्रतिवर्ष तक होता है। म्यूच्यूअल फण्ड कंपनी आपके निवेश किये गए फण्ड में से दैनिक रूप से यह राशि काटती है । जैसे अगर आपने किसी फण्ड में ₹10,000 रुपये निवेश किये हैं और उसका Expense ratio 1.80 % है , तो म्यूच्यूअल फण्ड कंपनी प्रतिदिन आपके फण्ड में से ₹ 5 काटती है । अब यदि आपने ये म्यूच्यूअल फण्ड किसी डिस्ट्रीब्यूटर या एजेंट के माध्यम से खरीदा है , तो म्यूच्यूअल फण्ड कंपनी इस प्रयास के लिए उस डिस्ट्रीब्यूटर या एजेंट को कमीशन देती है , जिसके लिए म्यूच्यूअल फण्ड कंपनी आपके निवेश में से थोड़ा ज़्यादा Expense Ratio चार्ज कर लेती है। अब इसे यदि ऊपर के उदाहरण से समझें तो यदि आपने Direct प्लान के बजाए Regular प्लान में निवेश किया है , जिसके लिए उसी फण्ड का Expense Ratio 2.70 % है तो अब म्यूच्यूअल फण्ड कंपनी आपके ₹10,000 के निवेश पर प्रतिदिन ₹5 के बजाए ₹7.50 रुपये चार्ज करेगी।
डायरेक्ट प्लान के बजाए रेगुलर प्लान को चुनने से आपके निवेश आय पर कितना फर्क पड़ता है ?
What is Impact on Returns if we invest in Regular plan instead of Direct plan in Mutual funds?
आप यह जान गए होंगे कि रेगुलर प्लान में म्यूच्यूअल फण्ड कंपनी को एजेंट या डिस्ट्रीब्यूटर को कमीशन देना पड़ता है ,इसी वजह से डायरेक्ट प्लान का रिटर्न रेगुलर प्लान के रिटर्न से बेहतर होता है । अगर आप किसी म्यूचुअल फंड का रेगुलर प्लान लेते हैं ,और उसी म्यूचुअल फंड का डायरेक्ट प्लान लेते हैं, तो उस डायरेक्ट प्लान का रिटर्न रेगुलर प्लान की रिटर्न से ज्यादा होगा।
Direct और Regular प्लान के रिटर्न में 0.5% से 2% तक का अंतर होता है। इक्विटी फंड में यह अंतर ज्यादा तो डेट फंड में यह अंतर कम होता है ।
आइये अब उदाहरण के माध्यम से इसे समझते हैं । मान लीजिये दो निवेशक चतुरनाथ और भोलाराम हैं , दोनों को ही एक ही फण्ड पसंद है ,’SBI Bluechip Fund ‘ , लेकिन श्री चतुरनाथ हमेशा इस फण्ड के Direct प्लान में निवेश करते हैं , जबकि श्री भोलेनाथ अपने एजेंट के माध्यम से निवेश करते हैं जो उन्हें इस फण्ड के Regular प्लान में निवेश करवाता है , जिससे एजेंट को हर साल अपना कमीशन मिल सके।
अब इस उदहारण में हम दो परिस्थितियों को लेते हैं , जहाँ पहली परिस्थिति में दोनों ने 7 साल पहले ₹ 1 लाख रुपये निवेश किया था , और दूसरी परिस्थिति में दोनों ही हर महीने ₹10,000 की मासिक SIPके माध्यम से इस फण्ड में पिछले 7 साल से कर रहे हैं । तो आज उन दोनों के निवेश की राशि में क्या अंतर आएगा नीचे दिए तालिका से समझा जा सकता है , जिसमे हमने इस फण्ड के Regular एवं Direct प्लान के वास्तविक रिटर्न्स एवं वर्तमान मूल्य को लिया है।
SBI Bluechip fund | Expense Ratio | Period | Lump Sum Original Investment | Current Value of Investment | Returns Earned |
Direct Plan | 0.96% | 7 years | 100000 | 208000 | 11.01% |
Regular Plan | 1.63% | 7 Years | 100000 | 195000 | 9.98% |
Difference | 0.67% | -13000 | -1.03% |
SBI Bluechip fund | Expense Ratio | Period | Monthly SIP 7 Years | Invested Amount | Current Value of Investments | Returns Earned |
Direct Plan | 0.96% | 7 years | 10000 | 840000 | 1272000 | 11.62% |
Regular Plan | 1.63% | 7 Years | 10000 | 840000 | 1230000 | 10.69% |
Difference | 0.67% | -42000 | -0.93% |
आप देख सकते
हैं कि जहाँ एक ओर श्री भोलाराम को रेगुलर प्लान में निवेश करने के कारण एकमुश्त निवेश
की परिस्थिति में Direct प्लान की तुलना में श्री चतुरनाथ से ₹ 13000 कम मिल रहे हैं
, वहीँ दूसरी ओर SIP निवेश में यह अंतर ₹ 42,000 का है , क्योकि Regular प्लान का Expense
Ratio ज़्यादा है , इसलिए श्री भोलाराम का वास्तविक निवेश, श्री चतुरनाथ के बराबर होने
के बाद भी उन्हें अंततः कम रिटर्न मिलता है।
यह उदाहरण किसी भी फण्ड पर लागू होता है , आइये एक और फण्ड Axis Bluchip Fund का उदाहरण लेकर भी इसे समझते हैं ।
Axis Long Term Equity fund | Expense Ratio | Period | Lump Sum Original Investment | Current Value of Investment | Returns Earned |
Direct Plan | 0.77% | 7 years | 100000 | 206000 | 10.90% |
Regular Plan | 1.55% | 7 Years | 100000 | 193000 | 9.83% |
Difference | 0.78% | -13000 | -1.07% |
Axis Long Term Equity fund | Expense Ratio | Period | Monthly SIP 7 Years | Invested Amount | Current Value of Investments | Returns Earned |
Direct Plan | 0.77% | 7 years | 10000 | 840000 | 1225000 | 10.58% |
Regular Plan | 1.55% | 7 Years | 10000 | 840000 | 1180000 | 9.53% |
Difference | 0.78% | -45000 | -1.05% |
आप देख सकते हैं कि Regular प्लान में निवेश करने पर एकमुश्त निवेश की परिस्थिति में Direct प्लान की तुलना ₹ 13,000 कम मिल रहे हैं , वहीँ दूसरी ओर सिप निवेश में यह अंतर ₹ 45,000 का है। आप में से कुछ लोग शायद यह सोच सकते हैं कि यह अंतर तो मामूली है ,तो मित्रों ऐसा नहीं है क्योकि लम्बी अवधि में यह अंतर लाखों में हो जाता है , आइये इसे नीचे लिखी तालिका के माध्यम से समझते हैं।
ABC Mutual Fund | Return Assumed (Excluding Exp ratio) | Period | Lump Sum Original Investment | Current Value of Investment | Expense Ratio assumed |
Direct Plan | 11.00% | 25 years | 100000 | 1172736 | 0.75% |
Regular Plan | 11.00% | 25 Years | 100000 | 1086926 | 1.50% |
Difference | 0.00% | -85810 | 0.75% |
ABC Mutual Fund | Return Assumed (Excluding Exp ratio) | Period | Monthly SIP 7 Years | Invested Amount | Current Value of Investments | Expense Ratio assumed |
Direct Plan | 11.00% | 25 years | 10000 | 3000000 | 10760312 | 0.75% |
Regular Plan | 11.00% | 25 Years | 10000 | 3000000 | 9972972 | 1.50% |
Difference | 0.00% | -787340 | 0.75% |
आप देख सकते हैं कि 25 साल की अवधि में एकमुश्त निवेश पर यह अंतर ₹ 85,810 का है , जबकि आपका शुरूआती निवेश ही मात्र ₹ 1 लाख का था , वहीँ SIP निवेश की परिस्थिति में तो यह अंतर ₹7.87 लाख का है, जबकि आपका वास्तविक निवेश ही ₹ 3० लाख का था । अतः अब आप समझ गए होंगे कि Direct प्लान में निवेश करना आपको लम्बे समय में लाखों का फायदा करा सकता है।
कैसे पता करें कि आपने रेग्युलर या डायरेक्ट प्लान में से किस में निवेश किया है?
How to know if my existing invested Mutual fund is under Direct or Regular Plan ?
एकाउंट स्टेटमेंट/ फंड होल्डिंग स्टेटमेंट में स्पष्ट रूप लिखा होता है कि कि आपका म्यूचुअल फंड प्लान Regular है या Direct। आमतौर पर, यदि आपने अपने बैंक या एजेंट के माध्यम से म्यूचुअल फंड स्कीम में निवेश किया है, तो यह प्लान रेग्युलर होगा। यदि आपने म्यूचुअल फंड की वेबसाइट के माध्यम से निवेश किया है, तो प्लान डायरेक्ट होगा।
इसके अलावा आप अपने म्यूच्यूअल फण्ड स्टेटमेंट में किसी निश्चित तारीख को दी गयी NAV मूल्य को ऑनलाइन पोर्टल पर उस तारीख पर उस फण्ड की डायरेक्ट या रेगुलर प्लान की NAV से तुलना करके भी अपने म्यूच्यूअल फण्ड के प्लान के प्रकार को जान सकते हैं।
क्या रेगुलर प्लान हमेशा गलत ही होता है ?
Is Regular Plan of Mutual fund not worth it ?
दोस्तों, इसका जवाब बहुत ही आसान हैं। अगर आपको स्टॉक मार्केट या ऑनलाइन पोर्टल्स के बारे में थोड़ी बहुत जानकारी है और आप थोड़ी बहुत रिसर्च कर सकते है कि किस फण्ड में निवेश आपके लिए उपयुक्त होगा ? तो डायरेक्ट प्लान के माध्यम से जा सकते हैं। इससे आपके रिटर्न्स ज्यादा होंगे और आप अपनी पसंद के पोर्टफोलियो का निर्माण कर सकेंगे।
अगर आपको बिल्कुल भी स्टॉक मार्केट की जानकारी नहीं है और आप थोड़ा बहुत मुनाफे के साथ समझौता कर सकते हैं तो आप रेगुलर प्लान के साथ जा सकते हैं। रेगुलर प्लान में आपको इन्वेस्टिंग सलाहें, redemption में सहायता और अन्य सुविधाएं प्राप्त हो जाएगी।
डायरेक्ट प्लान वाले म्यूच्यूअल फंड्स कहाँ से खरीदें ?
From where I can invest in Direct Plan of Mutual funds online ?
यदि आप Direct प्लान में निवेश करना चाहते हैं , तो आप म्यूच्यूअल फण्ड कंपनी जिसमे आपको निवेश करना है, उनसे सीधा संपर्क करके ऐसा कर सकते हैं। इसके अलावा आजकल डिस्काउंट ब्रोकर जैसे Zerodha ,Upstox इत्यादि भी आपको उनकी app के माध्यम से घर बैठे Direct प्लान में निवेश करने का विकल्प प्रदान करते हैं। इन ब्रोकर्स के द्वारा निवेश करने पर आप अपना सम्पूर्ण म्यूच्यूअल फण्ड पोर्टफोलियो एक ही विंडो या स्क्रीन पर देख सकते हैं , या ज़रुरत पड़ने पर बिना म्यूच्यूअल फंड्स कंपनियों के ऑफिस जाए आप घर बैठे अपनी निवेशित राशि को निकाल भी सकते हैं।
क्या हम अपने वर्तमान या पहले से निवेशित म्यूच्यूअल फण्ड जो regular प्लान में है को डायरेक्टप्लान में परिवर्तित करा सकते हैं ?
Can I change Mutual Fund Plan from Regular to Direct for existing Invested Mutual fund portfolio?
जी हाँ , आप अपनी म्यूच्यूअल फण्ड कंपनी से संपर्क कर अपने प्लान को रेगुलर की जगह डायरेक्ट प्लान में परिवर्तित करा सकते हैं। लेकिन ज़्यादातर म्यूच्यूअल फंड्स कंपनियां इसे म्यूच्यूअल फंड्स निकासी एवं पुनर्निवेश के रूप में लेती हैं , इसलिए इसके कारण होने वाले एग्जिट लोड या टैक्सेशन के प्रभाव का आंकलन भी आपको करना होगा , किन्तु सामान्यतः यदि आप लम्बी अवधि के लिए निवेशित हैं , और म्यूच्यूअल फंड्स की थोड़ी बहुत रिसर्च खुद कर सकते हैं , तो प्लान परिवर्तित करा लेने से आप नुक्सान में नहीं रहेंगे।
आज हमने आपको समझाया म्यूचल फंड के डायरेक्ट एंड रेगुलर प्लान में क्या डिफरेंस है । अगर आप ऐसे ही इनफॉर्मेटिव पोस्ट और पाना चाहते हैं आप हमारे ब्लॉग को फॉलो कर सकते हैं , अगर आप हमें अपना कोई सुझाव देना चाहते हैं या फिर हमसे कुछ जानना चाहते हैं हमें कमेंट कर सकते हैं।
I’ve been browsing on-line more than three hours these
days, yet I by no means discovered any attention-grabbing article like yours.
It is beautiful price enough for me. Personally, if all webmasters and
bloggers made good content as you probably did, the web will probably be a
lot more helpful than ever before.
Thanks a lot for your kind words sir, it really means a lot to us. ..
You have remarked very interesting points! ps nice site.
Pingback: जानिये कैसे आप भी मात्र ₹ 1000 प्रतिमाह की MUTUAL FUNDS SIP निवेश करके करोड़पति बन सकते हैं ? -
Deference to op, some wonderful entropy.
Just wanna input on few general things, The website design and style is perfect, the content is rattling fantastic. “I delight in men over seventy. They always offer one the devotion of a lifetime.” by Oscar Fingall O’Flahertie Wills Wilde.
Heya i’m for the first time here. I found this board and I find It really useful & it helped me out a lot. I hope to give something back and help others like you helped me.